(Poem) चौमासे में घूम , छपरा ऊपर झम-झम बाजै, मानौ सगरा ढील

छपरा ऊपर झम-झम बाजै,
मानौ सगरा ढील,
म्याड़ कटी सब खेत याकु भए,
मटमैले भए ज्वात,
ग्वाड़न मां सब कीच सनै,
जब पनही टँगिगै हाथ,
अर्राने सब गिरैं पनाले,
टप्पा मारै बूँद,
चौमासे में घूम.
क्रमशः

 

Courtesy:Rakesh Tewari