(Article) बुंदेलखंड में राहुल गाँधी - आशीष सागर

 

कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष / पार्टी के युवा सम्राट राहुल गाँधी एक बार फिर बुंदेलखंड के महोबा आ रहे है ! प्रदेश की कांग्रेस कैबनेट, साल भर से लापता स्थानीय विधायक विवेक सिंह सदर बाँदा,राष्ट्रीय प्रवक्ता रीता बहुगुणा, दलजीत सिंह- तिंदवारी विधायक सहित अन्य नेता गाँधीवादी प्रवचन के साथ चित्रकूट मंडल में जम चुके है ! जिला महोबा में पवा चौराहे से लाड़पुर तक राहुल गाँधी पदयात्रा करने जा रहे है ! पदयात्रा की वजह से हलके के नेता अंजान से है उनका कहना है कि ये इलाका छतरपुर की सीमा से लगा है ! यहाँ खेत बोये नही गए है यही कारण है राहुल की दिलचस्पी बाँदा की बनिस्बत महोबा है ! सदर विधायक बाँदा के विवेक सिंह तीन साल से गुमशुदा रहने के बाद अब राहुल गाँधी की अगुआई में मीडिया परेड के साथ मुस्तैद है ! उन्हें जीएसटी और बुंदेलखंड का सूखा सालने लगा है ! वे कहते है यहाँ बोरिंग,बिजली कमी और किसान आत्महत्या का दौर है ! मगर जनाब आज तक सड़क में क्यों नही आये ये अदद सवाल है ? तब जब इनकी विधायक निधि बीस से तीस % में एडवांस बेच दी जाती है !...आजकल विवेक सिंह की युवा मंडली विधायक दलजीत सिंह के साथ है क्योकि शहद विवेक सिंह में चूसा जा चुका है ! ...डूबती नांव में कौन सवार होगा ? चित्रकूट मंडल का मौसम ने ठण्ड की दस्तक बढा दी है ऐसे में राहुल का ये दौरा सियासी ताप बढ़ाएगा !

राहुल गाँधी से बुंदेलखंड के बेहाल किसानो यक्ष प्रश्न है कि बाँदा में बुंदेलखंड पैकेज से बनी चौधरी चरण सिंह रसिन बांध परियोजना ( कुल लागत 7635.80 लाख रूपये ) में किसान को आज तक पानी क्यों नही मिला ? बुंदेलखंड को रेगिस्तान बनाने वाली केन - बेतवा नदी गठजोड़ का आपने विपक्ष में रहकर डेढ़ साल से विरोध क्यों नही किया तब जब आपके पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने इस पर एनओसी नही दिया था ? बुंदेलखंड पैकेज से बने डैम,कुँओं में पानी क्यों नही है ? पैकेज से वर्ष 2010 में बकरी पालन योजना साढ़े चार करोड़ में आई 11,890 बकरी कहाँ लापता हो गई है जो आजीवका के लिए थी ? साथ ही 31 मार्च 2015 को समाप्त बुन्देलखंड पैकेज का आवंटित हुआ बुंदेलखंड जल-प्रबंधन का 2940 करोड़ रुपया,जल स्रोत के लिए 1762 करोड़,कृषि के लिए 2050 करोड़,वन - पर्यावरण के लिए 314 करोड़ और पशुपालन - डेयरी के लिए आया 200 करोड़ रुपया बुंदेलखंड की तस्वीर क्यों नही बदल सका ?

सात जिलों में सूखे,पानी का संकट किसान के लिए आफत है ऐसे में देश की मोदी सरकार आपकी सरकार को डेढ़ साल से सीबीआई से क्यों बचा रही है ? आपने और आपकी माताजी ने आज तक कितना दान बुंदेलखंड,विदर्भ या मराठवाड़ा में किसान आत्महत्या कर रहे परिवार को दिया है ?

ये तमाम सवाल यहाँ का भूखा किसान पूछ रहा है जिसको योगेन्द्र यादव सरीखे सोशल एजेंट कथित सर्वे में घास की रोटी खिला के चले जाते है ! अगर उत्तर नही है तो बुंदेलखंड का किसान पैरोकार,प्रवास सोसाइटी और भारतीय किसान यूनियन(भानु ) के बुंदेलखंड प्रवक्ता के रूप में मै आपका बहिस्कार करता हूँ !

By - आशीष सागर,बुंदेलखंड