(Appeal) बुंदेलखंड के बच्चो की जमीन पुन्जीपतियो को न बेचे

बुंदेलखंड के बच्चो की जमीन पुंजीपतियो को न बेचे

प्रतिष्ठा में,
माननीया बहन मायावती जी , सोनिया जी, मुलायम जी अडवाणी जी राहुल जी तथा प्रधान मंत्री जी ,

हम बहुत ही विनम्रता के साथ आपको बरगढ़ कि पाती भेज रहे है. भगवान के बाद सरकार ही प्रत्यक्छ रूप से दिखाती है .लेकिन सरकार का रोल बहुत ही धुंधला दीखता है क्या इस रोल को मजबूत बनाया जा सकता है. बड़ी फैक्ट्रियो से स्थानीय का भविष्य कैसे आगे बढेगा जब कि उनके पास कोई परिसम्पत्ति नहीं है . उन्हें परिवार समुदाय ने नशा , जातिवाद आक्रोश के आलावा मानसिक रूप से बीमार बना दिया है. पुंजीपतियो कि तकनीक में मशीन को महत्त्व है . आज पूंजीपति के जेब में सरकार तथा भगवान से मिलाने वाले सभी है . आप सभी के लिए वोट यूज एंड थ्रो कि तरह है।

समाज के अछे कामो में सरकार प्रतिच्छा करती है कि लोग जब तक पूरी तरह परेशान हो जाय तब उनके पास जायेंगे. बरगढ़ कि सिंघस्रोत नदी में पानी खोजने कि पहल गाँव के लोगो ने क़ी उनकी पहल से पानी भी निकला .सत्य्नारण नगर के सभी परिवारों क़ी मांग थी क़ी नदी को पूरी तरह से पानीदार बनाने के लिए नरेगा लाना चाहते थे . प्रधान जी बी डी ओ सभी के पास लोग बहुत दोड़े किन्तु बहुत देर में सुनवाई हुई जब गाँव के लोगो ने होली में अपने आत्मदाह क़ी धमकी दी. कई दिन बाद सेक्रेटरी बी डी ओ साहब के साथ आये।

आज सबसे बड़ी जरुरत है कच्छा ८ -१० पास युवाओ के अन्दर छिपी उर्जा को सामाजिक मुद्दों में आगे लाने की . राजनीती में बहुत थके विचार के लोग गाँव स्तर की राजनीती करते है . आज जातीय राजनीती युवा नहीं चाहते है लेकिन मज़बूरी है कि गाँव में जातीय राजनीती के आलावा गरीबी के मुद्दों पर सरकारी प्रयासों कि जानकारी तथा जल जंगल जमीन को बचाने जसे मुद्दों के प्रति कोई समझ बनाने वाला मास्टर नहीं है. जो लोग ऐसे मुद्दों पर काम कर रहे है उन्हें आपके कार्यकर्ताओ के नकारात्मक विचारो से जूझना पड़ता है. आपको बरगढ़ के युवावो के बीच आना चाहिए।

बड़ी बड़ी फेक्ट्रियो ने यंहा के गरीब समाज क़ी जमीनों को खरीद कर उन्हें भूमिहीन बना दिया है .जो पैसा उन्हें मुवाजे के लिए मिला वह कर जीप दारू में खर्च कर चुके है लेकिन अब उनके पास इतनी सामर्थ नहीं है वह अपने बच्चो को ग्लोबलिजेसन क़ी ट्रेन में सफर करने के काबिल बना सके. बुन्देलखंड के बच्चो का क्या दोस है. बुन्देलखण्ड के विकास में उनकी क्या राय है कैसा विकास चाहते है वह . बच्चो की गरबी कि पहचान क्या बी डी ओ गाँव सभा ने की है . निवेदन है कि बुंदेलखंड के बच्चो से उनका अपना बुंदेलखंड न छिनिनिये . पुंजीपतियो को बच्चो कि जमीं न अधिगृहित करिए।

बुंदेलखंड में कैडर विकास को प्रारम्भ करने का समय है . बरगढ़ कि पाती आपको भेज रहे है . आपको हम आमंत्रित करते है . हम आपके हर अच्छे कामो के साथ है. पेट में परिवार में समाज में शांति लाने के प्रयांसो में अपना मार्गदर्शन दे।

हमरे गाँव का हाल बुरा भूंख कर्ज लाचारी से
जीवन कि पाती भेज रहे है हम बरगढ़ क़ी घाटी से.
दाल नहीं बनती है घर में आटा भी घट जाता है
ललुवा हमार दो माह का दूध नहीं वह पाता है.
अम्मा पत्थर तोडती देर शाम का आती है.
कतो कतो बकरी हमार जंगल माँ खोइ जाती है.
कैसे आगे बढ़े जिंदगी मडईन के मनमानी से.
कोटेदार गाँव के हमरे नाही मिलत आसानी से
लालकार्ड भी नहीं बना है सरकारी मनमानी से.
ठेके में मजदूरी काम है नहीं मिलत आसानी से
कतो आराम नहीं अम्मा का मजदूरी अऊ पानी से
हैण्ड पम्प का पानी भी नहीं मिलत आसानी से
                                     जीवन कि पाती............

आंगनवाडी प्राइमरी मा रासन नीक नहीं आवत
भूखे बच्चा खात पियत है स्वाद नहीं बिलकुल पावत
आधे लरिका आंगनवाडी दूर दूर से ताकत है
ब्लाक के बाबू जी की भैंसी रोज पंजूरी फाँकत है.
आंसू नहीं रुकत अखियाँ माँ बच्चन की मायूसी से

यदि कोई बात अच्छी न लगे माफ करियेगा।

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सादर
अभिमन्यु सिंह (बुंदेलखंड शांति सेना)

Comments

माननीय
अभिमन्यु सिंह (बुंदेलखंड शांति सेना)
Aap ne jo Bundelkhand ke lye kadam uathyaa hai wo bahut hi srahni hai,
Me aap ke vichaar se bahut hi prabhwit ho, agar mujhe muka mila to me
aap se jaror miloga,

Thanks,
Anand Dwivedi

aap k vichar aache hai .....kya me aapke vichaar apne paper orr magzines dwara logo tak pahuchaa sakta hu.....navjeet singh mob: 9936054010