Bundelkhandi Holi Geet

सारे भी लोगन को हली की बढ़ी होय !
सो हम ये कहत है की सब जान खुशी - खुशी मन से होली मनाये ,
प्रेम की फाग गए और देश दुलार संग होली मनाये .
तो चलते - चलते हम कह सकत है की बिना जोर - बुराई के आप मनाओ
प्यार -दुलार .स्नेहाचार की होली 2010 .
( बढ़ी होवे )
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आशीष सागर ( बुंदेलखंड ) प्रवास