(News) Proposal for Kendriya Bundelkhand Pradhikaran - केन्द्रीय बुन्देलखण्ड प्राधिकरण

लखनऊ। कांग्रेस के महामंत्री राहुल गांधी के नेतृत्व में बुन्देलखण्ड के उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश क्षेत्र के सांसद व विधायकों की कल राजधानी दिल्ली में हुई प्रधानमंत्री से मुलाकात में बुन्देलखण्ड के लिये आठ हजार रोड़ के विशेष पैकेज मांगे जाने पर बुन्देलखण्ड के सागर, टीकमगढ़, पन्ना, अशोक नगर, दतिया, शिवपुरी, दमोह, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, ललितपुर, झांसी में जहां आम बुन्देलखण्डीयों के घरों में खुशियां मनायी गयी। वहीं दूसरी ओर पैकेज के नाम पर राजनीति करने वाले दलों में मातम छाया रहा। मातम के कारणों पर गहरायी से जानकारी की गयी तो यह तथ्य उभर कर आया कि केन्दीय राहत के बल पर अपना घर मजबूत करने की राह देख रहे नेताओं के अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

क्योंकि बुन्देलखण्ड के विकास के लिये मांगे गये पैकेज में यह मांग की गयी है। कि पैकेज का उपयोग करने के लिये उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश के बुन्देलखण्ड भू-भाग को लेकर एक अलग से बुन्देलखण्ड प्राधिकरण बनाया जाये। यह प्राधिकरण केन्द्र के आधीन काम करे। प्राधिकरण में अधिकारियों की नियु्रक्ति प्रति नियुक्ति के आधार पर उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश से की जाये लेकिन 8 हजार करोड़ रूपये की सहायता राशि का पाई-पाई पैसा केन्द्र सरकार के संज्ञान में और नेतृत्व में खर्च हो सके। इस मांग को करने वालों में मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचोरी, पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन आदित्य थे। बुन्देलखण्ड के सत्यब्रत चतुर्वेदी, जर्नादन दुवेद्वी के कांग्रेस आल कमान में मजबूत सम्बन्ध तथा राहुल गांधी की अगुवाई के चलते यह तय माना जा रहा है कि 8 हजार का पैकेज सूखे से प्रभावित बुन्देलखण्ड की खस्ता हालत सुधारने के लिये इसी मानसून सत्र में प्रधानमंत्री लोकसभा में घोषणा कर सकते है।

प्रस्तावित पैकेज पर बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष राजाबुन्देला ने खुशी जाहिर करते हुये कहा कि अलग बुन्देलखण्ड प्राधिकरण बनना बुन्देलखण्ड राज्य की दिशा में पहला कदम माना जा सकता है। बुन्देलखण्ड विकास सेना हरीश कपूर टीटू ने राहुल गांधी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि दो सरकारों के चलते देश की पहली नदी जोड़ों योजना केन को बेतवा से लिंक करने की २००१ में शुरू होकर दस वर्षो में पूर्ण होना थी लेकिन २५ अगस्त २००५ को मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश राज्य के बीच में केन बेतवा लिंक परियोजना पर सहमति के हस्ताक्षर होने के बावजूद भी एक कदम भी इस दिशा में कार्य नही हो सका है। केन्द्र की देख रेख में बुन्देलखण्ड प्राधिकरण बनने से बुन्देलखण्डियों की की फूटी किस्मत के सितारे बुलन्द हो जायेगे।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव राहुल गांधी द्वारा उ०प्र० के बुदेलखण्ड की जनता के लिए प्रधानमंत्री द्वारा विशेष पैकेज दिये जाने की मांग करने पर उ०प्र० कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया है तथा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा है कि उ०प्र० की सरकार बुंदेलखण्ड में केन्द्र सरकार के धन का दुरूपयोग कर रही है इसलिए केन्द्रीय प्राधिकरण बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि केन्द्र द्वारा भेजे जाने वाले धन का दुरूपयोग न हो सके।

उ०प्र० कांग्रेस कमेटी के मीडिया चेयरमैन एवं विधायक विवेक कुमार सिंह ने राहुल गांधी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आजादी के बाद आज तक किसी भी राजनीतिक दल के नेता ने बुंदेलखण्ड की ओर कोई ध्यान नही दिया बल्कि शोषण किया है। उन्होंने कहा कि राहुल इसलिए धन्यवाद के पात्र है कि भीषण गर्मी और तपती धूप में उन्होंने बुन्देलखण्ड के गांव गांव, गली-गली में जाकर बुन्देलखण्ड की तस्वीर और तकदीर को देखा। उनके मन में बुन्देलखण्ड की जनता के लिए करने की कसक थी। उन्होंने कहा उ०प्र० कांग्रेस कमेटी की ओर से तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जनपद बांदा से विधायक होने के नाते बुन्देलखण्ड और पूर्वी उ०प्र० की जनता के लिए श्री गांधी द्वारा प्रधानमंत्री से मदद करने की मांग पर मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करते ह।

केन्द्रीय बुन्देलखण्ड प्राधिकरण बनाये जाने पर समाजवादी पार्टी के हरगोविन्द कुशवाहा, कांग्रेस के गिरीश पटेरिया, भारतीय जनता पार्टी के अजय जैन, कामरेट जिनेन्द्र जैन, समाजिक कार्यकर्ता गोपाल भाई ने स्वागत किया है।

Comments

Dear sir, my self S. B. Kushwaha from faridabad ( Hr.) now i feel very proud to your effort. I hope you will continue this for sake of bundelkhand's prosperiery. Thanks, S. B. Kushwaha Faridabad

Bundelkhand ke liye UP, MP aur Dilli ki sarkaren jo bhi kare kam hai. Bundelkhand ko rajniti ka masala n banaya jaye to achha hai. agar BSP sarkar ko Congres ke log koste hai to unke bhi gunah kam nahi hai,Aazadi ke 60 saal bhi BUNDELKHAND ke jo halat hain uske liye sabse jayda koi jimmedar hai to Congres hi hai. Dilli,Lakhnau,Bhopal me sabse jayada din sarkare congres ki hi rahi. Bundelkhand ke Badhali ki jad me samantwad, jangalo aur khadano ki lut, bhrastachar aur puliciya utpidan hi hai jise khad pani dene ki riwaj congres ne hi suru kiya. Bundelkhand ke sath kiye gaye yetihasik anyay ke liye sabse pahle congres ko Bundelkhand se mafi magani chahiye. ye achhi bat hai ki pahle "Bundelkhand jaisi aapatkal paida karo fir netagiri karo" sattyen kamjor hone par sabhi ko Bundelkhand ki Yad aati hai? Rahul Gandhi jo bhi kosis kar rahe hai achha hi kaha jayega, lekin ye uchit hoga ki kuchh thhos parinamdayi action hona chahiye. Rahul Gandhi ki pradhikarn bannne ki , se Bundelkhand ka kitana bhala hoga kaha nahi ja sakta kayon ki jis Vikas madal ne Bundelkhand jasi anek badhilyan des me paida ki us Vikas madal ko Badle bagair sthai samadhan nahi ho sakata. dono rajyon ke jilon ko lekar banane wala pradhikaran Bumdelkhand Rajya bannane ki mang ko khariz karane ki chal bhi ho sakati hai? Rahul Gandhi ko ye spast karana hoga ki BUNDELKHAND Rajya ke bare me kya sochte hain? sabhi prakar ke dalon,Sangthano aur ghor andhere me diya jala kar bhi badlaw ke liye kam karane wale samuhon se charcha karke hi sarkaron ko koi niti aur karykram banane hi safal ho sakta hai n ki akele bahbahi lutane se............... Bundelkhnd ke zakhm bade gaharen hai........ab ise log aur n kudren vote ke liye to achha hoga.

I( oppose cm of mp and up too there should be separate body and also separate state hood for bundelkhand as it is so backward .no one take care of it as it is of border of two really big states of india

IT IS TO INTRESTING THAT SOME ONE IS PUTTING THE BKD ON NET SO IT IS VERY GOOD.

SIR, I THINK THAT YOU WILL DO SOME THINK TO BUNDELKHAND I AM PROUD OF YOU.