Khabar Lahariya, खबर लहरिया : Bundeli Newspaper


Maharaja Chhatrasal Museum: छतरपुर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक खजाना धुबेला किला
धुबेला किला मुख्य द्वार (फोटो साभार: अलीमा तरन्नुम) रिपोर्ट – अलीमा, लेखन – गीता मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है एक भव्य और ऐतिहासिक किला है जो धुबेला किले के नाम से जाना जाता है। यह सिर्फ एक किला नहीं, बल्कि बुंदेलखंड की गौरवगाथा का प्रतीक भी है। यह महाराजा छत्रसाल पुरातत्व संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, जहां पर एतिहास, संस्कृति और कला का अदभुत…
चित्रकूट: विकास की अनदेखी, जर्जर पड़ा बारात घर
गरीबों के बारातघर की बदहाली: सुविधाओं के नाम पर सिर्फ दीवारें, सुनवाई की कोई उम्मीद नहीं पिछले 15 वर्षों से यह बारातघर केवल एक नाम मात्र की इमारत बनकर रह गया है। न बिजली है, न पानी, न पंखे, न साफ-सफाई और न ही एक ढंग का गेट। शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा तक का अभाव है। टूटे गेट और उखड़ी पुताई इसकी बदहाली की गवाही देते हैं। जब कोई मूलभूत सुविधा ही नहीं है, तो यहाँ बारात ठहराने का कोई लाभ नहीं ह…
Assam: पत्नी का कटा सर साइकिल पर रखकर थाने पहुंचा पति
असम: पुलिस स्टेशन में आरोपी और साइकिल की तस्वीर (फोटो साभार: सोशल मीडिया) लेखन – मीरा देवी नीली ड्रम वाले वीडियो पर तो लोगों के रील बन गए, मीम्स बन गए, ठहाके लग गए। किसी ने कहा ‘ड्रम वाली बीवी’ किसी ने कहा ‘साउथ की मूवी रियलिटी बन गई’ लेकिन असम के चिरांग जिले से 20 अप्रैल को जो खबर आई है उस पर कोई मजाक नहीं, कोई रील या मीम नहीं, कोई बहस नहीं- क्यों? क्योंकि अब आप आदत बना चुके हैं हर हैवानियत…
जब गांव बना कैमरे का घर, समाज को जगाने निकले भाई-बहन
अयोध्या जिले के भीटी ब्लॉक के सया गांव से अजय वर्मा और उनकी बहन नंदनी वर्मा ने एक ऐसा सफर शुरू किया है, जिसमें वीडियो बनाना सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का माध्यम बन गया है। लॉकडाउन के दौरान जब सब कुछ ठहर गया था, तब इस भाई-बहन की जोड़ी ने गांव की ज़िंदगी, स्थानीय संस्कृति और मुद्दों को उजागर करने का बीड़ा उठाया। इनके वीडियो हंसी-मज़ाक से भरपूर होते हैं, लेकिन इनके पीछे गहरे सामाजिक…
Delhi – Mustafabad building collapse: दिल्ली के मुस्तफाबाद में 4 मंजिला इमारत गिरी, मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हुई
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल” (National Disaster Response Force / NDRF की टीम घायलों को ले जाती हुए (फोटो साभार: सोशल मीडिया) दिल्ली के मुस्तफाबाद में दयालपुर इलाके में 4 मंजिला इमारत ढहने की घटना में अब मृतकों की संख्या 11 हो गई है। यह घटना शनिवार 19 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 3:00 बजे हुई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने इसके पीछे ईमारत के ग्राउंड फ्लोर पर दो दुकानों म…
गिनती में एक भूल जाते थे! कोरी समुदाय की हँसी-ठिठोली भरी अनोखी कहानी
सात कोरी जंगल में मिलकर गिनती करने गए, लेकिन हर बार एक को भूल जाते थे। हँसी के साथ यही कहानी बयां करती है, कि कैसे कोरी समुदाय अपनी हंसी और समझ के साथ समाज के तानों का सामना करता ह…
मिट्टी परीक्षण योजना: किसानों तक क्यों नहीं पहुँच रही? सरकारी लैब की असल प्रक्रिया!
सरकार की मिट्टी परीक्षण योजना का हाल! गाँव के किसान कहते हैं—इसे कभी होते नहीं देखा। सरकारी प्रयोगशाला में जाकर समझेंगे कि असल में मिट्टी परीक्षण कैसे किया जाता है। ये भी देखें – ‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’…
न गांव के हक़, न शहर की पहचान | गांधी नगर या चंदनगर? | Banda News
चंदनगर, एक ऐसी बस्ती जिसे कभी शहरी सुविधाओं के सपने दिखाए गए, और उसका नाम बदल कर गाँधी नगर रख दिया गया। लेकिन आज की स्थिति यह है कि वहां रहने वाले लोगों के पास ना गाँव के अधिकारिक कागजात हैं, ना ही शहरी पहचान। …
महुआ के फूल, हमारी ज़िंदगी: चित्रकूट की आदिवासी महिलाओं की कहानी
चित्रकूट जिले के जंगलों में इन दिनों माहौल किसी उत्सव से कम नहीं है, क्योंकि यहां के बड़े क्षेत्रफल में फैले आदिवासी समुदाय के लोग महुआ के फूल इकट्ठा करने में जुटे हैं। इन फूलों की सुगंध जंगलों में तो फैल ही रही है, साथ ही यह समुदाय के लिए खुशहाली भी लेकर आई है। आदिवासी महिलाएं और पुरुष टोकरियां लेकर खेतों और जंगलों की ओर निकल पड़ते हैं, क्योंकि इस मौसम में उनकी आजीविका का प्रमुख साधन महुआ के फूल…
WAQF – नफरत का कारण या समाज सेवा का ज़रिया? | The Kavita Show
वक्फ बोर्ड की चर्चा इन दिनों जोरों पर है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं और टिप्पणियां वायरल हो रही हैं। कुछ लोग इसके पक्ष में तर्क दे रहे हैं, तो कुछ इसके औचित्य पर सवाल उठा रहे हैं। अफ़सोस की बात यह है कि कुछ जगहों पर इसे लेकर तनाव और हिंसा की स्थिति भी बन रही ह…
WAQF BOARD: सुप्रीम कोर्ट ने एक घंटे में किए कई फैसले
Picture credits: One India कोर्ट ने केंद्र सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए 7 दिन की मोहलत दी है। यानी अगले हफ्ते तक सरकार को यह बताना होगा कि आखिर नया वक़्फ़ एक्ट कैसे वाजिब है और उस पर लगे आरोपों में कितना दम है। सरकार के जवाब के बाद याचिकाकर्ता 5 दिन में अपनी बात रख सकेंगे। फिर 5 मई को दोपहर 2 बजे से अगली सुनवाई होगी। जब तक जवाब-तलब की ये प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक सुप्रीम कोर्ट न…
16 बकरियों की चोरी, जंगल में रहने वाले गरीब परिवार पर टूटा कहर | Prayagraj News
जिला प्रयागराज ब्लॉक शंकरगढ़ गांव लखनपुर में 13 अप्रैल की रात, लगभग 1 से 2 बजे के बीच महरूल निशा की 16 बकरियों की चोरी हो गई। ये गरीब परिवार जंगल के खुले मैदान में पीढ़ियों से रहते आ रहे हैं। इनका मुख्य रोजगार पशुपालन है – बकरी, घोड़ा, भेड़ आदि पालकर अपने परिवारों का पेट पालते ह…
रामपुर में दलित दिव्यांग बच्ची से रेप | यूपी में बेटियां अब भी असुरक्षित
उत्तर प्रदेश की सरकार बेटियों लिए चाहे जितनी योजनाएं चला लें लेकिन बेटियां उत्तर प्रदेश में आज भी सुरक्षित नहीं है और कल भी सुरक्षित नहीं थी यह सिर्फ आज का मामला नहीं है अभी हाल में हुई उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी इसके कुछ दिन ही वाराणसी में एक पांच वर्षीय लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था और फिर एक नया मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश से उत्तर…
गर्मी में बेल का शरबत है फायदेमंद | Bel ka Sharbat
शरीर के लिए फायदेमंद है यह जूस (फोटो साभार -सुशीला) गर्मियों में बेल का शरबत बनाकर बेचते हैं। उनका कहना है कि अभी तो बेल की शुरुआत है। फिलहाल बाज़ार में इसका रेट करीब 125 रुपये पसेरी है। हम लोग मार्केट से बेल खरीदकर लाते हैं और फिर गर्मी के तीन महीने ठेले पर शरबत बनाकर बेचते हैं। ये है बेल का गुदा जिससे बनता है जूस (फोटो साभार-सुशीला) बेल के फल में पानी की मात्रा ज्यादा होती है ज…
पटना, दानापुर: इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की नई शाखा का हुआ उद्घाटन, गरीबों के लिए होता है मुफ्त इलाज
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के फॉर्म की तस्वीर (फोटो साभार: सुमन) रिपोर्ट – सुमन, लेखन – सुचित्रा पटना जिले के दानापुर अनुमंडल के बस स्टैंड के पास इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के तहत एक नई शाखा 14 जनवरी 2025 को खोली गई थी। इस संस्था का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को निशुल्क इलाज प्रदान करना है। यह शाखा समाज सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए…