धरना और प्रदर्शनो के बाद ही जगती हुई सरकार : राष्ट्रीय बुंदेलखंड जन विकास मंच
धरना और प्रदर्शनो के बाद ही जगती हुई सरकार
आप सभी मित्रो को हम बुंदेलखंडवासी ने १७.०९.२००९ सुबह १०.०० बजे से जंतर-मंतर, दिल्ली पर बुंदेलखंड के आकाल पीडीतो और उन की उपेक्षाओं के विरोध मे विशाल धरना और प्रदर्शन से रुबरु करवाने के लिए सादर आमंत्रित किया था हमारे और आप सभी लाखो मित्रो के कार्यो का परिणाम आज परिणित हो रहा है केंद्र की सरकार के स्वीकार किया की बुंदेलखंड में आकाल की स्तिथी है हमें मागे थे हर जिले को१००० हजार करोड़ रु.,यानी १३ जिलो को १३००० केंद्र ने आधे दिए हां इतना जरुर कहा की अगले ३ वर्षो में और पैसे दिए जायेगे | हमारी मुख्य माग को केंद्र ने जोर दार समर्थन दिया की जो रु. केंद्र आवंटित करेगी उनकी निगरानी योजना आयोग के सदस्य जो दोनों राज्यों की स्तिथी को देख रहे है प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई में गुरुवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने बताया कि पैकेज के लिए आर्थिक साधन इन इलाकों में चल रही केन्द्रीय योजनाओं को समेकित कर जुटाये जायेंगे। इसके अलावा इस पैकेज के लिए केन्द्र उत्तार प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारों को वर्ष 2009-10 से अगले तीन सालों में 3450 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता भी मुहैया करायेगी। करेगे | हमारी मांग थी की विंध्यांचल की पर्वत शेणी को पुन्हा संरक्षित किया जाये और याहा पर उगने वाले फलदार पैड-पौधों को रक्षित किया जाये | सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा की बुंदेलखंड में वनों को संरिक्षित किया जाएगा | राष्ट्रीय बुंदेलखंड जन विकास मंच के संरक्षक विधायक डॉ. एस. सी. एल. गुप्ता ने कहा की अगर केंद्र सरकार धरना और प्रदर्शनो के बाद ही जगती है तो हम बुंदेलखंड वासी और देशवासी संसद ,और जंतर-मंतर पर धरने और प्रदर्शनो पर बैठे रहेगे | गन्ना किसानो की याद सरकार को तब आती है जब ये लोग दिल्ली में धरना और प्रदर्शन करते है हम केंद्र सरकार से जानना चाहते है की देश को और आम जनता को क्यों धरना और प्रदर्शनो में उल्झाकार मुख्या मुद्दों से भटकाना चाहती है दिल्ली में बस किराया और फल सब्जियों से लेकार दूध के दाम सब में अती कर राखी है सरकार ने ?.... आप जनता के नुमन्दगी कर रहे है या किसी कंपनी की सेवा ? क्या ये सेवा राहुल जी और सोनिया जी की है ? ये देश किसका है जनता का या युवराज राहुल जी का ? ... जब कोई अन्य संसद या विधयाक क्षेत्र या कोई मुद्दा उठाता है उन्सुना किया जाता है और जब राहुल जी का फरमान जरी होता है तों भारत सरकार चरण वन्दगी मे लगजाती है ?आप देश और देश के पैसो से ऐसा कैसे कर सकते है
कवि हरदयाल कुशवाहा
राष्ट्रीय बुंदेलखंड जन विकास मंच
संयोजक : बुन्देली लोक कला संस्कृति विकास परिषद् दिल्ली
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