बुन्देलखण्ड भूभाग का संक्षिप्त परिचय (Brief introduction of Bundelkhand)


बुन्देलखण्ड भूभाग का संक्षिप्त परिचय (Brief introduction of Bundelkhand)


भारत देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के दक्षिण में 7 जनपद ( 2 संभाग) और मध्य प्रदेश के उत्तर में 13 जनपद ( 3 संभाग) में लगभग डेढ़ लाख वर्ग किमी में फैले क्षेत्र को बुन्देलखण्ड नाम से जाना जाता है। जहां की वर्तमान आवादी लगभग 3 करोङ से ज्यादा हैं। इस क्षेत्र में प्रायः पठारी भूमि है। जहां औसत वर्षा 60 - 100 सेमी के लगभग होती हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र को भारत में दलहन (अरहर, चना) व तिलहन (अलसी) उपज का सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त हैं। यहां की प्रमुख नदियां यमुना, बेतवा , केन, पहूज, धसान, चम्बल, काली, सिन्ध, टौंस व सोन हैं। सागौन, शीशम, चन्दन, आम, महुआ आदि प्रमुख वन सम्पदायें हैं। शौर्य और श्रृंगार की धरती बुन्देलखण्ड की कला संस्कृति सबसे अनूठी है। यहां बोली जाने वाली मधुर बोली बुन्देली हैं।

सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड भूभाग :

1- महाकौशल क्षेत्र
2- विन्ध्य क्षेत्र
3- उत्तर मध्य क्षेत्र
4- दक्षिण पश्चिम उ. प्र.

भाषा और संस्कृति के हिसाब से बुन्देलखण्ड भूभाग बहुत विस्तृत है।

समस्त बुन्देलखण्ड भूभाग के संभाग और जिलो का अध्ययन:

1- झांसी संभाग (उ.प्र.) _ झांसी, ललितपुर, जालौन।

2- चित्रकूट संभाग (उ. प्र.) _ चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर।

3- सागर संभाग (म. प्र.) _सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़।

4- ग्वालियर संभाग ( म. प्र.) _ ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर।

5- चंबल संभाग (म. प्र.) _ श्योपुर, भिन्ड, मुरैना।

शेष जिले बघेलखण्ड व महाकौशल के नक्शे में है। ऊपर का मानचित्र संयुक्त विन्ध्यप्रदेश का हैं जिसका गठन 12 मार्च 1948 को किया गया था। संयुक्त विन्ध्यप्रदेश के दो मुख्यालय थे।

1- बुन्देलखण्ड राजधानी नौगाँव एवं मुख्यमंत्री कामता प्रसाद सक्सेना
2- बघेलखण्ड राजधानी रीवा एवं मुख्यमंत्री रीवा नरेश

By: Vikram Tomar