बुन्देलखण्ड गौरव सम्मान समारोह - 2016


बुन्देलखण्ड गौरव सम्मान समारोह - 2016


गत शनिवार को बुन्देलखण्ड विकास परिषद के तत्वावधान में महारानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस के अवसर पर दिल्ली के आजाद भवन सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया | कार्यक्रम का शुभारम्भ डा. भागीरथ प्रसाद ( साँसद लोकसभा), श्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक (विधायक म.प्र.), श्री विजय खैरा ( अध्यक्ष बु.वि.प.) के कर कमलों से दीप प्रज्ज्वलित करके हुए | संस्था के महामंत्री अवधेश कुमार चौबे एवं राष्ट्रीय संयोजक आदीश जैन के कुशल संचालन में किशोर श्रीवास्तव जी के मधुर कंठ से माँ वाणी की वंदना हुई | तत्पश्चात उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे | पचासी पैसा आन्दोलन के प्रणेता मौदहा से पधारे श्री देवी प्रसाद गुप्ता जी ने कहा कि देश का विकास, गाँवों के विकास के बिना संभव नहीं है | केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पूरे पैसों का सही उपयोग होगा तभी गाँव और देश तरक्की कर सकते हैं | इस दौरान श्री गुप्ता जी ने शानदार कविता भी पेश की | दिल्ली के कवि संदीप वशिष्ठ ने बुन्देलखण्ड की स्थिति पर चिंता व्यक्त की | साथ ही उन्होंने कहा-

तुष्टिकरण सियासत की जब परिभाषा बन बैठी हो,
खूनी डायन तक भी अपनी भारत माँ पर ऐंठी हो।
गीदड़ यहाँ सवारी करते मिलते हों जब सिंहो पर,
नित्य गुलेलें दागी जाती जब निर्दोष बिहंगो पर।
बगुले सारे मछली खाकर जुटते शोक मनाने में ,
यारों समझो देर नहीं है पुनः गुलामी आने में ।।

ऐसी कविताओं के माध्यम से राष्ट्रभक्ति का जज्बा पैदा करने का प्रयास किया| कवि 'चेतन' नितिन खरे ने अपने काव्य पाठ से बुन्देलखण्ड की स्थिति का चित्रण किया | इसके साथ उन्होंने बुन्देलखण्ड की मिटटी के विषय में कहा-

आओ मिलकर करें वंदना माँ शारदे भवानी की,
दिल से करें अर्चना साथी इस मिट्टी बलिदानी की,
मैं चेतन हूँ गीत चेतना के ही हरदम गाऊँगा,
शान न जाने दूंगा मैं बुन्देलखण्ड के पानी की,

इन पंक्तियों में सभी का जोरदार समर्थन मिला | इसके साथ ही बुन्देलखण्ड की प्रतिभाओं को अलग अलग क्षेत्रों में विभिन्न उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया | प्रवीन जैन झाँसी, हुकुमचंद पवैया (ललितपुर) को लेखन व पत्रकारिता के लिए, देवीप्रसाद गुप्ता(मौदहा) को पत्रकारिता के लिए, सुश्री नंदिता रिछारिया को चित्रकारी के लिए सम्मानित किया गया | विशेष रूप से 'चेतन' नितिन खरे (महोबा) को बुन्देलखण्ड विकास परिषद एवं एक अन्य संस्था के सहयोग से कविता, साहित्य में विभिन्न उपलब्धियों व बुन्देलखण्ड के लिए कलमक्रान्ति करने के लिए ६१,000-/ की राशि, शॉल व प्रतीक चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया | इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों की अन्य प्रतिभाओं के सम्मान के बाद देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहे | बुन्देलखण्ड मजदूर यूनियन की तरफ से एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गयी | जिसे देखकर सभागार में बैठे सभी दर्शकों की आँखें नम हो गयीं ! महारानी लक्ष्मीबाई जी के जीवन से जुड़ी प्रस्तुतियाँ भी दी गयीं |

By: चेतन' नितिन खरे