देश के स्वतंत्र होने के ६४ साल बाद

आज़ादी

देश के स्वतंत्र होने के ६४ साल बाद आज़ादी के ६४ साल बाद - एक आम हिन्दुस्तानी के कितने सपने सच हुए?
इक बुन्देलखंडी के कितने सपने सच हुए?
इक बुन्देलखंडी कितने सपने देखे ?
सपनो का पैमेना क्या होगा ?
क्या हम अपने बच्चो को अच्छे स्कूल मे पढ़ा सकते हैं?
क्या जिस स्कूल मे राजीव गाँधी पढ़े उस स्कूल मे पढ़ा सकते है ?
क्या आसानी से हवाई जहाज में सफ़र करवा सकते है?
क्या अमिताभ बच्चन से बच्चों की मुलाकात करवा सकते है ?
क्या किसी पांच सितारा होटल मे बच्चों का बर्थडे मना सकते है?
क्या कभी खजुराहो से शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन चलेगी ?
क्या कभी झाँसी खजुराहो रास्ते पर अच्छी सड़कें बन पाइंगी?
क्या कभी बिजली की कटौती बंद होगी ?
क्या रसोइ गैस के लिए हमेशा सेठजी से नमस्ते करना पड़ेगी ?
क्या बिजली बिल हमेशा बढ़ के आयंगे ?
क्या बैंक लोन के लीये हमेशा मेनेजर साहिब की केबिन मे घुसने से डर लगेगा ?
क्या ऐ.टी.एम हमेशा ख़राब ही रहंगे?
क्या यही बुन्देलखंडी स्वतंत्रता है ?
क्या ज़िन्दगी से समझौता करना ही बुन्देलखंडी होने का मतलब है ?
क्या खजुराहो के किसी पांच सितारा होटल मे अपनी मूंछ नुकीली करके चौकीदार बनना और सलाम ठोकना ही बुन्देलखंडी होना है?
बर्बाद फसलों के लिए हमेशा हम हमेशा तहसीलदार साहिब से मुआवजा के भीख मांगते रहेंगे ?
पुलिस की वर्दी से सारी ज़िंदगी डरना ही क्या बुन्देलखंडी मानुस होने का मतलब है ?
ऐसा कब तक चलेगा ?
बुंदेलखंड मे कोई अन्ना हजारे कब पैदा होगा ?
बुन्देलखंडी क्या हमेशा केंद्र से सहायता मांगता रहेगा ?
बुंदेलखंड पैकज की राजनीती कब तक चलेगी?
आओ बदलें अपनी दिशाओं को -
आओ बदलें अपनी फिजाओं को-
आओ बदलें अपने बुंदेलखंड को-
जय बुंदेलखंड,जय वीर छत्रसाल !
जय भारत, जय भारत भाग्य विधाता!

By: Gaurav