डा. हरि सिंह गौर जन्म जयन्ति - Dr. Hari Singh Gour Birth Anniversary


डा. हरि सिंह गौर की जन्म जयन्ति (26 Nov. 1870 to 25 Dec. 1949)


dr. hari singh gaur sagar-university

सागर विश्व विद्यालय के संस्थापक डा. हरि सिंह गौर की जन्म जयन्ति को हम सभी प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को मनातेहैं। हम सभी सागर वि.वि. के पुरातन छात्र (जो कि वर्तमान में काशी हिंदू वि.वि. के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं) डा. गौर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद करते हुये सागर वि.वि. मे बिताये अपने पुराने दिन भी याद करके डा. गौर के प्रति ह्रदय से कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। 

आचार्य श्री विद्यासागर एक दिन प्रवचन में कह रहे थे कि “संग्रह करो लेकिन परिग्रह नहीं” पहले तो यह बात मुझे समझ में नहीं आई। बाद में उन्होने भामासाह का उदाहरण दिया कि संग्रह बुरा नहीं है यदि बह राष्ट्रहित, समाज हित या किसी अन्य अच्छे उद्देश्य के लिये किया जाये।  इसी तरह डा. हरिसिंह गौर साहब ने आजीवन संग्रह किया और एक अच्छे उद्देश्यके लिये, शिक्षा द्वारा समाज के उत्थान के लिये, अपने जन्म स्थान पर एक ऐसा विशाल विश्वविद्यालय बना दिया जिससे लाखों लोगों को लाभ हो रहा है और आने बाली पीढ़ियों को सतत होता रहेगा। अपने इस महान कार्य के द्वारा डाक्टर ग़ौर साहब सदा अमर रहेंगे, और हम सब तथा आने बाली पीढ़ियां सदा उनका गुणगान करती रहेंगी।  

गौर साहब की जीवनी पर आधारित पुस्तक: ‘सेवन लाइव्ज आटोबायोग्राफी’द्वारा श्री राजेश श्रीवास्तव (अनुवादित संस्करण) डा. गौर के प्रेरणादायी व्यक्तित्व को सामने लाये हैं। यह पुस्तक डा. गौर के बारे में जानने के लिये बहुत ही उपयोगी है यह पुस्तक सभी को पढ़ना चाहिये। यह विश्वविद्यालय प्रकाशन सागर से प्रकाशित है। 

डा. हरि सिंह गौर की इंटरनेट आरकाइब्ज(www.archive.org) से निम्न पुस्तकों की जानकारी प्राप्त हुई:

1.    दा हिंदू कोड  (The Hindu Code) 
2.    दा स्परिट ऑफ बुद्धिज्म (1929) The Spirit of Buddhism
3.    हिज ऑनली लव (His only Love)
4.    दा फ्यूचर कंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (The Future Constitution of India) 
5.    दा पेनल लॉ ऑफ ब्रिटिश इंडिया (The Penal Law of British India)
6.    दा लॉ ऑफ ट्रांसफर इन ब्रिटिश इंडिया एक्ट IV of 1982
(The Law of Transfer in British India Act IV of 1982)

इसके अलावा बह अनेक कमेटी के सदस्य थे जिनमें उनके विचार शामिल हैं उदाहरणार्थ - 
•    रिपोर्ट ऑफ दा इंडियन सेण्ट्रल कमेटी (1928) (Report of the Indian Central Committee 1928) 
•    रिपोर्ट ऑफ दा ज्वाइंट कमेटी ऑन इंडियन कंस्टीट्यूशनल रिफॉर्म  (1933-1934) (Report of the Joint Committee on Indian Constitutional Reform 1933-1934)
इस वर्ष कोविड 19 के कारण ऑनलाइन वेवीनार का आयोजन सागर विश्वविद्यालय द्वारा किया गया जिसमें सभी सागर वि.वि. के पुरा छात्रों ने भाग लेकर डा. हरि सिंह गौर का गुणगान किया।