Lokpal Bill: अब तो यह स्पष्ट है, सरकारी लोकपाल बिल भ्रष्ट है


जनलोकपाल बिल संघर्ष दिवस 2011

जनपद बांदा-बुन्देलखण्ड (उत्तर प्रदेश)
 

’’ अब तो यह स्पष्ट है, सरकारी लोकपाल बिल भ्रष्ट है ’’

सुनो, सुनो, सुनो.........................!
हमारी सरकार ने एक लोकपाल बिल बनाया है,
संसद को विधेयक नहीं खिलौना थमाया है।
प्रधानमंत्री, न्यायपालिका और बहुत कुछ इस कानून से मुक्त होंगे,
पुराने कानूनों की तरह इसके स्तम्भ भी भ्रष्टाचार युक्त होंगे।
सिविल सोसाइटी की सलाह को सरकार ने ठुकराया,
घोटालों पर घोटाले कर जनता को उल्लू बनाया।
जब अन्ना हजारे, समाज सेवियों ने अनशन का ऐलान किया,
बगुला भगत नेताओं ने उनको भी बदनाम किया।
मगर सरकार का अब तो हर तीर खाली है,
ये लोकतंत्र की सरकार नहीं, ए0टी0एम0 का नोट जाली है।।

प्रवास सोसाइटी, बांदा उ0प्र0