' किसान की आत्महत्या को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये '
' किसान की आत्महत्या को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये '
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मई मजदूर दिवस को बुंदेलखंड के बाँदा / बुंदेलखंड आये केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ 
सिंह ने यहाँ ' किसान महा पंचायत ' को संबोधित किया है. इसके पहले वे कर्जखोरी से 
आजिज बाँदा सदर का गाँव महोखर भी देखने गए. वहां किसान धीरेन्द्र सिंह का खेत देखा 
जिसने अपनी फसल नही काटी अनाज में दाना नही बचने के चलते. ऐसे ही सैकड़ो किसान 
परिवार इस गाँव में है लेकिन समयाभाव में वे एक किसान का खेत ही देखे इसके बाद 
ग्राम महोखर में किसान सभा को संबोधित किया. केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को 
इस अवसर पर किसान आंदोलनकर्मी - सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सागर और कैप्टन सूर्य 
प्रकाश मिश्र ने ' किसान आत्महत्या समाधान समिति ' के बैनर से किसान समर्थको बलराम 
तिवारी ,बैजनाथ सिंह,और किसानो के साथ अपना मांग पत्र उन्हें दिया. जिसमे ग्यारह 
प्रमुख मांगो के साथ सबसे पहली मांग है कि ' किसान की आत्महत्या को राष्ट्रीय आपदा 
' घोषित किया जाये,राष्ट्रीय स्तर पर किसान आयोग का गठन किया जाये,फसल नुकसान का 
सम्पूर्ण मुआवजा बीमा कम्पनी से किसानो को दिलाया जाये,भूमिहीन / बटाईदार किसानो को 
अन्य किसानो के सामान दर्जा देकर उन्हें भी मुआवजा - राहत प्रदान की
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मई मजदूर दिवस को बुंदेलखंड के बाँदा / बुंदेलखंड आये केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ 
सिंह ने यहाँ ' किसान महा पंचायत ' को संबोधित किया है. इसके पहले वे कर्जखोरी से 
आजिज बाँदा सदर का गाँव महोखर भी देखने गए. वहां किसान धीरेन्द्र सिंह का खेत देखा 
जिसने अपनी फसल नही काटी अनाज में दाना नही बचने के चलते. ऐसे ही सैकड़ो किसान 
परिवार इस गाँव में है लेकिन समयाभाव में वे एक किसान का खेत ही देखे इसके बाद 
ग्राम महोखर में किसान सभा को संबोधित किया. केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को 
इस अवसर पर किसान आंदोलनकर्मी - सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सागर और कैप्टन सूर्य 
प्रकाश मिश्र ने ' किसान आत्महत्या समाधान समिति ' के बैनर से किसान समर्थको बलराम 
तिवारी ,बैजनाथ सिंह,और किसानो के साथ अपना मांग पत्र उन्हें दिया. जिसमे ग्यारह 
प्रमुख मांगो के साथ सबसे पहली मांग है कि ' किसान की आत्महत्या को राष्ट्रीय आपदा 
' घोषित किया जाये,राष्ट्रीय स्तर पर किसान आयोग का गठन किया जाये,फसल नुकसान का 
सम्पूर्ण मुआवजा बीमा कम्पनी से किसानो को दिलाया जाये,भूमिहीन / बटाईदार किसानो को 
अन्य किसानो के सामान दर्जा देकर उन्हें भी मुआवजा - राहत प्रदान की जाये, किसान की बिनब्याही बेटियों के विवाह ( जो किसान आत्महत्या किये है / भूमिहीन 
है ) विधायक और सांसद अपनी निधि से करे. बुंदेलखंड में गत तीन माह से लगातार किसान 
आत्महत्या एक दिन भी नही रुकी है. यह आंकड़ा अब तक अकेले बाँदा में 65 किसान पहुँच 
गया है. यहाँ किसान ने 6 अरब की कृषि फसल पर किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेकर दांव 
लगाया था लेकिन वो बे - मौसम बारिश और ओलो से तबाह हुआ है. गौरतलब है आज राजनाथ
सिंह भूमि अधिग्रहण बिल के समर्थन में पार्टीगत माहौल तैयार करने के वास्ते किसान 
महापंचायत किये है.बाँदा के जहीर क्लब मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित करते 
हुए केन्द्रीय भाजपा नेता राजनाथ सिंह , साध्वी निरंजन ज्योति, महोबा - हमीरपुर 
सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चन्देल ने किसानो के हित में काम करने की वकालत की लेकिन वे 
किसान की कर्जमाफी मुद्दे पर सीधे से कहने में बचते रहे. घुमा -फिराकर राज्य सर्कार 
पर केंद्र के धन का सही इस्तमाल न करने के आरोप ही लगे. किसान रैली में किसान प्रेम 
सिंह ने भी किसानो के मर्म को रखा l किसान महापंचायत के बाद बाँदा सर्किट हाउस में 
आला अधिकारी के साथ किसान मुद्दों पर बैठक हुई जिसमे किसानो के साथ उचित कार्यवाही 
की बात कही गई है और अब तक कितने किसानो को राहत बांटी गई इस पर चर्चा की गई |
 
जाये, किसान की बिनब्याही बेटियों के विवाह ( जो किसान आत्महत्या किये है / भूमिहीन 
है ) विधायक और सांसद अपनी निधि से करे. बुंदेलखंड में गत तीन माह से लगातार किसान 
आत्महत्या एक दिन भी नही रुकी है. यह आंकड़ा अब तक अकेले बाँदा में 65 किसान पहुँच 
गया है. यहाँ किसान ने 6 अरब की कृषि फसल पर किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेकर दांव 
लगाया था लेकिन वो बे - मौसम बारिश और ओलो से तबाह हुआ है. गौरतलब है आज राजनाथ
सिंह भूमि अधिग्रहण बिल के समर्थन में पार्टीगत माहौल तैयार करने के वास्ते किसान 
महापंचायत किये है.बाँदा के जहीर क्लब मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित करते 
हुए केन्द्रीय भाजपा नेता राजनाथ सिंह , साध्वी निरंजन ज्योति, महोबा - हमीरपुर 
सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चन्देल ने किसानो के हित में काम करने की वकालत की लेकिन वे 
किसान की कर्जमाफी मुद्दे पर सीधे से कहने में बचते रहे. घुमा -फिराकर राज्य सर्कार 
पर केंद्र के धन का सही इस्तमाल न करने के आरोप ही लगे. किसान रैली में किसान प्रेम 
सिंह ने भी किसानो के मर्म को रखा l किसान महापंचायत के बाद बाँदा सर्किट हाउस में 
आला अधिकारी के साथ किसान मुद्दों पर बैठक हुई जिसमे किसानो के साथ उचित कार्यवाही 
की बात कही गई है और अब तक कितने किसानो को राहत बांटी गई इस पर चर्चा की गई |
By: आशीष सागर दीक्षित