(NEWS) बांदा में आठ माह तक परिवार को बंधक बना करायी मजदूरी

बांदा। पुलिस ने एक ऐसे मजदूर परिवार को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराया है जिसको पिछले आठ महीने से बंधक बना कर जबरन काम कराया जा रहा था और मजदूरी मांगने पर पिटाई की जाती थी। दबंग इस परिवार को छोड़ने के लिए उसके परिजनों से तीन लाख रुपये मांग रहे थे।


जालौन जिले के कालपी का मुशर्रत अपनी पत्नी सलमा और मासूम पुत्री फातिमा के साथ ढोमर इलाके में किराये के मकान में रहता था। जामा मस्जिद के पास एक दुकान में वह कूलर, पंखे की मरम्मत का काम कर अपनी दाल-रोटी चलाने लगा। इसी बीच उसकी मुलाकात मर्दननाका के सगीर व नसीर से हो गयी। इन्होंने उसे लालच दिया कि अगर वो उसके बगीचे की देखभाल करेगा तो उसे दोगुनी मजदूरी देंगे। भोला-भाला मुशर्रत उनके जाल में फंस गया और पल्हरी रोड पर उनके अमरूद के बगीचे में रहने लगा। कुछ दिन तो ठीक-ठाक चला लेकिन इसके बाद इनके बुरे दिन शुरू हो गये। मजदूरी मांगने पर पति-पत्नी की लात-घूंसों से पिटाई की जाने लगी। कभी-कभी खाना भी नहीं दिया जाता रहा। बगीचे में मुशर्रत को तीन महीने रखा गया। फिर सगीर व नसीर तीनों को जबरन बड़ोखर स्थित अपने बगीचे में ले गये जहां से उन्हें बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था। पति-पत्‍‌नी को जमकर पीटा भी जाता था। जब कभी मुशर्रत छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाता तो उससे तीन लाख रुपये की मांग की जाती। इस दौरान मुशर्रत ने सगीर और नसीर को अपने भाई व बहनोई के मोबाइल नंबर दिये। मुशर्रत के बहनोई रफीक ने बताया कि एक हफ्ते पहले नसीर व सगीर ने फोन किया कि तुम्हारे रिश्तेदार उनके कब्जे में हैं। तीन लाख रुपये लेकर आ जाओ तो उन्हें छोड़ देंगे। रफीक ने बताया कि तीन दिन पहले वह यहां आया और दबंगों से एक ढाबे में मिला। सगीर व नसीर से अपने गुर्गे के मोबाइल पर उसकी मुशर्रत से बात करायी। इसके बाद पैसे लाने का बहाना कर वह नगर कोतवाली गया और पुलिस को घटना की जानकारी दी।

पुलिस ने बगीचे में छापा मारकर मुशर्रत, उसकी पत्नी तथा बच्ची को मुक्त कराया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज कौशिक ने बताया कि मुशर्रत और उसकी पत्नी सलमा को नसीर व सगीर ने पिछले आठ महीने से बगीचे में जबरन बंधक बना रखा था। इनसे जीतोड़ काम कराने के बाद मजदूरी मांगने पर पिटाई की जाती थी। कोतवाली में सगीर, नसीर, नासिर और जैनब केखिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

Courtesy: JAGRAN NEWS

Comments

wtf is this??
it forces me to think again...where the hell we are moving??
really an eye opener news for me... :(

see a similar bonded labour news here:

http://www.bundelkhand.in/portal/stories/bonded_labour

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rah