सिमी और आर.एस.एस.एक समान : राहुल गाँधी 

सिमी और आर.एस.एस.एक समान = राहुल गाँधी 

रवीन्द्र व्यास
कांग्रेस के युव राज राहुल गाँधी ४ से ६ अक्तूबर के मध्य प्रदेश दौरे की शुरुआत श्योपुर  से की | अपने मध्य प्रदेश के दौरे में उनने  नोजवानो को कांग्रेस की रीति निति  समझाई और युवक  कांग्रेस में शामिल   होने की अपील भी की  |ये अलग बात हे की इस अपील में उनने एक एसा राजनेतिक बयान टीकमगण  में दे दिया की जिससे आर.एस .एस. के लोगों की भोंहे तन गई |उनने कहा कि सब के लिए दरवाजे खुले हें ,पर क्रिमिनल ना हो विचारधारा कांग्रेस पार्टी जेसी हो ,आर.एस.एस.कि ना हो, सिमी  कि ना हो|

गोर तलब हे कि सिमी एक राष्ट्र द्रोही प्रतिबंधित संगठन हे जिसके साथ आर.एस.एस. का नाम जोड़े जाने से संघ के नेताओं का नाराज होना लाजमी हे | हालाँकि टीकमगण  कि सभा का बयान तो एक तरह से शांत  हो गया था | भोपाल कि पत्रकार वार्ता में  उनने इस बयान कि एक तरह से पुष्टि करते हुए कहा  दोनों ही घोर कट्टरवादी संगठन हें |

 अयोध्या काण्ड के बाद से उनका यह बयान एक सोची समझी राजनेतिक समझ का ही हिस्सा माना जा रहा हे | जिसके तहत वे बिहार कि  चुनावी राजनीति  को कहीं ना कहीं प्रभावित करना चाहते हें | उनके इस बयान से भड़के बी.जे.पी. के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कह डाला कि राजनीती में राहुल का जादू नहीं चलने से  वे अपना दिमागी संतुलन खो बैठे हें |एम्.पी.बी.जे.पी.के अध्यक्ष प्रभात झा ने उनके इस बयान को राष्ट्र वाद के मुंह पर तमाचा करार दिया | 

उनके इस तीन दिवसीय राजनेतिक यात्रा का मकसद युवा वर्ग को कांग्रेस कि तरफ खींचना था | हर जगह उनने युवा वर्ग को उसके संख्या बल का हिसाब समझाया | कि देश में ७० फीसदी युवा हें और उनका राजनेतिक अस्तित्व नगण्य हे | कांग्रेस पार्टी ऐसी हे जिसने युवाओं पर भरोषा किया हे | अब नेता थोपे नहीं जायेंगे आप चुनेंगे | उनने ये भी भरोषा दिलाया कि कोई भाई भतीजा वाद नहीं चलेगा |जो काम करेगा चुनाव लडेगा वो आगे बढेगा |

एक मझे हुए कार्पोरेट जगत के सी.इ.ओ.कि तरह उन्होने अपने हर कार्यक्रम से मिडिया को दूर रखा | कार्यक्रमों में पार्टी के लोगों ने केमरे लगवाये और मिडिया को फुटेज उपलब्ध कराये |