सूखे का सर्वे और सियासत की सेज
सूखे का सर्वे और सियासत की सेज
एक अगस्त से दस अगस्त तक ' किसान मार्च ' के नाम से पंजाब,हरयाणा,पश्चमी उत्तर प्रदेश में यात्रा निकालने वाले आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और पत्रकार योगेन्द्र यादव को बुंदेलखंड याद आ गया है.25 अक्टूबर को योगेन्द्र यादव बुंदेलखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं और गैर सरकारी संघठन के साथ झाँसी में एक संवाद किये.उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह भी अपनी संवेदना यात्रा के नाम से चित्रकूट,बाँदा,झाँसी,फतेहपुर और अलग - अलग हिस्सों में ये बैठके की गई है.झाँसी में योगेन्द्र का साथ उरई की बड़ी संस्था के सचिव परमार्थ के संजय सिंह ने दिया है.संजय पानी के आकड़ो और किसान आत्महत्या से खेलने में उतने ही माहिर है जितने की फंडर गरीबी और भुखमरी की तस्वीरे जुटाने में संजीदा ! बुंदेलखंड में किसानों पर आये सूखे के संकट,जल संकट,पलायन और रोजगार की जद्दोजहद में यहाँ पनप रही गरीबी को अपनी नजर से देखने के लिए योगेन्द्र यादव ने एनजीओ के अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज से एक प्रपत्र तैयार करवाकर बुंदेलखंड के 200 गाँव की 28 तहसीलों सत्तर स्वयंसेवी के साथ में दस्तक देने की बात कही है.संवाद में आये झाँसी और आस -पास के तमाम सरोकारी लोगों ने अपने - अपने कामो गिनाये और कहा कि बुंदेलखंड भूख,किसान आत्महत्या,कर्ज और खाद्य संकट से बुरी तरह टूटा है.झाँसी के तालबेहट इलाके में जलसंकट से 500 सहरिया आदिवासी परेशान है वही झाँसी का बंगरा ब्लाक में पानी की भारी किल्लत है.बैठक में यहाँ चन्देल कालीन मिट रहे तालाबो पर भी चर्चा की गई.सुखाड़ और बाढ़ के लिए प्रस्तावित केन -बेतवा नदी गठजोड़ परियोजना के सवाल पर योगेन्द्र यादव ने इतना ही कहा कि अभी उन्हें इसकी जानकारी नही है और बड़े बाँध कभी सफल नही है ! बैठक में ललितपुर के परौडा गाँव का मामला भी उठा जहाँ किसान ने भूख से टूटकर अपने बच्चे को बेच दिया था,बाँदा के किसान देवराज और विकास यादव की भी बात सामने आई जो अपने जज्बे से संघर्ष कर रहे है.अन्दर खाने की सुगबुगाहट ये भी है कि आगमी 2017 में सर्वे और सियासत का आपसी जोड़ हो सकता है.योगेन्द्र यादव मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने की बात भी कहे है,पत्रकारों के सीधे सवालों से वे लगातार बचते रहे. सवाल ये है कि जो एनजीओ अब तक विकास के नाम पर और किसान आत्महत्या ,सूखे के नाम पर सरकार जैसा खेल ही खेले है उनके साथ योगेद्र यादव क्या हित कर पाएंगे बुंदेलखंड का ये समय का जुमला तो नही बन जायेगा ! बैठक में झाँसी के शिक्षा माफिया बसपा खेमे के बाबूलाल तिवारी ( प्राचार्य बीकेडी )सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.
By: Ashish Sagar Dixit