(बुन्देली कहावत) जैंसे जेके बाप मतारी, ऊंसे ऊके लरका, जैसे जेके नदी नारे, वैंसे ऊके भरका। ..........
जैंसे जेके बाप मतारी,
ऊंसे ऊके लरका,
जैसे जेके नदी नारे,
वैंसे ऊके भरका। ..........
via: Indra Vikram Singh
- root's blog
- Log in to post comments