उद्योग विहीन बुंदेलखंड: जिम्मेवार कौन?
उद्योग विहीन बुंदेलखंड: जिम्मेवार कौन?
बुंदेलखंड में लघु मध्यम उद्योगों को महज 4.66% व 3% ही हैं. कमोवेश पूर्वांचल की स्थिति बुंदेलखंड से कई गुना बेहतर है.जहाँ 29% लघु 14% मध्यम उद्योग हैं.जबकि बुंदेलखंड के पिछड़ेपन की तुलना सदैव पूर्वांचल से की जाती है. मध्यांचल में 14% लघु व 20% मध्यम उद्योग हैं. लघु उद्योगों का 52% व मध्यम उद्योगों का 63% पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है.
बुंदेलखंड में कांग्रेस दल,भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी,बहुजन समाज पार्टी ne उद्योगों की स्थापना कर यहाँ के विकास के बारे में किसी ने नहीं सोचा.
1991-2006 के दौरान उत्तर प्रदेश में कुल 1258औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुईं जिसमें से 866 (69%)पश्चिमी उत्तर प्र.,241 (19%) मध्य प्र.,149 (!2%)पूर्वांचल और सिर्फ 2 (0.16%) इकाइयाँ बुंदेलखंड में हुईं. इधर वर्ष 2006 से 2016 तक किसी भी प्रकार की किसी औद्योगिक इकाई की स्थापना बुंदेलखंड में नहीं हुयी. शंकरगढ़ में फ्लोट ग्लास महज़ उद्घाटन की गुनेहगार है और बांदा की कटाई मिल के मजदूर आज तक रोजगार की आशा में भटक रहे हैं.झांसी,जालौन में कुछ उद्योग चल रहे हैं.
क्षेत्र उद्योगों की संख्या 1991-2006 के दौरान लघु मध्यम स्थापित उद्योग संख्या
बुंदेलखंड - 12,261 49 002
पूर्वांचल - 76,554 202 149
मध्यांचल - 37,560 330 241
पश्चिमांचल - 1,36,450 938 866
उत्तर प्रदेश - 2,62,825 1,489 1258
नसीर अहमद सिद्दीकी,
राष्ट्रीय महासचिव,
अखिल भारतीय बुंदेलखंड विकास मंच