बुन्देली साहित्यकार एवं कवि कैलाश मड़बैया को मिला ‘पद्म श्री’ सम्मान (Bundeli Writer Poet Kailash Madbaiya awarded Padma Shri 2019)
बुन्देली साहित्यकार एवं कवि कैलाश मड़बैया को मिला ‘पद्म श्री’ सम्मान
मध्यांचल/बुन्देलखण्ड में लगा खुशियों का अम्बार एक साथ बने कई कीर्तिमान
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर,पदृम पुरस्कारों की विज्ञप्ति अनुसार वर्ष 2019 के लिये जिन हस्तियों को राष्ट्रीय सर्वोच्च पद्म पुरस्कारों के लिये चयनित किया गया है उनमें वर्तमान में भोपाल मध्यप्रदेश निवासी, बुन्देलखण्ड के वरिष्ठ साहित्यकार 75 वर्षीय श्री कैलाश मड़बैया का नाम साहित्य के लिये विशेषतौर से घोषित हुआ है।
विशेषतौर से इसलिये कि श्री कैलाश मड़बैया के पद्म अलंकरण से बृहद बुन्देलखण्ड की प्राचीन और समृद्ध बुन्देली भाषा को आजादी के बाद प्रथम बार पद्म पुरस्कार मिल रहा है।
मध्यॅंाचल में भी यह सदियों बाद किसी कवि को पद्म पुरस्कार दिया गया है। इससे मध्य प्रदेश और विशेषतौर से बुन्देलखण्ड में चारों ओर बधाइयों का तांता लगा हुआ हैं।
अनेक संस्थाओं और प्रतिठित प्रज्ञों द्वारा इस उपलब्धि पर आत्मीय प्रसन्नता ब्यक्त की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि श्री कैलाश मड़बैया की 3 दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और हिन्दी संस्थान के सर्वाेच्च पुरस्कार आदि लगभग पचास सम्मान उन्हें मिल चुके हैं।
75 वर्षीय श्री कैलाश मड़बैया का नवीनतम काव्य संग्रह बेतवा नदी पर आ रहा है।
हिन्दी के अनेक काव्य संग्रहों के साथ बुंदेली भाषा में लिखी उनकी अनेक कृतियाॅं पुरस्कृत हुई और साहित्य में मील के पत्थर की तरह चर्चित हुई हैं।
सम्पर्क:
कैलाष मडबैया,
75 चित्रगुप्त नगर,केाटरा,
भोपाल म.प्र. Pin: 462003
अखिल भारतीय बुंदेलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद
फोन : 0755 2774037, +91-9826015643
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यह हुआ बुंदेली भाषा का सम्मान
यह हुआ बुंदेली भाषा का सम्मान
आदरणीय कैलाश मड़्वैया जी को पद्म श्री सम्मान मिलना वास्तव में उनके द्वारा सतत रूप से
बुंदेली भाषा के लिये किये गये कार्यों का सम्मान है। बह प्रत्येक वर्ष बुंदेली भाषा सम्मेलन भी आयोजित करते हैं।
हमारी ओर से डा. कैलाश मडवैया जी को बहुत बहुत बधाई।
भवदीय
डा. विवेकानंद जैन
काशी हिंदू विश्वविद्यालय
वाराणसी