(Report) क्रशर के गुबार में बेरंग होती जिंदगी
Dust killing thousands by stone mining
बुंदेलखंड के जिला महोबा में लघु इंडस्ट्री के नाम से नए रूप में पनपे क्रशर प्लांट ने जो यहाँ 345 के करीब है,चित्रकूट में 200 और पूरे बुंदेलखंड में लगभग 1 हजार क्रशर यहाँ के लोगो की आबो - हवा के दुशमन तो बन ही रहे है साथ ही सैकड़ो वर्ग मीटर कि कृषि भूमि को बंजर बनाते जा रहे है l कई ग्राम ऐसे भी है जहाँ के किसानो ने इन्ही समस्या से झुझते हुए अपना मूल किसानी का काम छोड़कर महानगरो कि तरफ पलायन करना शरू किया है l परती पड़ी ज़मीनों से उपज नही होना आम सी बात है लेकिन उससे भी भयावह है कि यहाँ क्रशर प्लांट में कार्य कर रहे महिला,बाल मजदूर और किसान मजदूर अब टीवी,सिल्कोशिस की बीमारी के शिकार हो रहे है l ऐसी गंभीर स्थिति महोबा के ग्राम डहररा , गहरोली,जुझार ,गुगोरा आदि ग्राम में अधिक है l उत्तर प्रदेश खनिज परिहार नियमवाली के मानक विपरीत ये चल रहे है l महोबा के किसान पंकज सिंह परिहार का कहना है कि नेशनल हाइवे के मध्य से 500 मीटर और संपर्क मार्ग से 300 मीटर ये क्रशर लगे होने चाहिए,इनके चारो तरफ वन,वाटर स्प्रिंकलर,दीवार,प्राथमिक चिकित्सा का समान भी होबा चाहिए l इसके अतिरिक्त क्रशर प्लांट में कार्य कर रहे मजदूर के पास मुंह में मास्क की व्यवस्था भी हो ऐसा मानक है पर कानून को धता बतलाकर ये माफिया ,बाहुबली नेता के इशारे पर उनके ही माध्यम से चलाये जा रहे है l बुंदेलखंड के महोबा के कबरई,पचपहरा ,गंज ,चित्रकूट जिले के भरतकूप इलाके में इसी क्रशर के गुबार में बेरंग हो रही है मजदूरो की जिंदगी l
इसी क्रशर प्लांट में दिनों दिन बढ़ते टीवी और सिल्कोसिस के मरीज पर केन्द्रित टाइम्स आफ इंडिया की ये रिपोर्ट भी देखे Click Here
By : Ashish Sagar
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